*बिहार में रेल हादसा 8 से अधिक लोगों की मौत*
रिपोर्टर - *मनितोष सरकार*
बिहार में आज तड़के दिल्ली जा रही आनंद विहार - राधिकापुर सीमांचल एक्सप्रेस पटरी से उतर जाने से 8 लोगों की मौत हो गई। वही अनेकों घायल हुए।
सूत्र के मुताबिक आज तड़के 3:58 बजे बिहार से दिल्ली जा रहे सीमांचल एक्सप्रेस के 9 डिब्बे पटरी से उतर गई। घटना वैशाली जिले के सहदेई बुजुर्ग रेलवे स्टेशन के पास हुई। घटना के समय यात्री गहरी नींद में थे। ट्रेन के डिब्बे में से एस-8 एस - 9 एस10 और एक ऐसी बी- 3 कोच तथा एक जनरल कोच में ज्यादा नुकसान हुआ है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने संवेदना व्यक्त करते हुए तत्काल घटनास्थल पर राहत कार्य हेतु दल भेजें तथा रेलवे हेल्पलाइन नंबर सोनपुर - 0 6158 221645, हाजीपुर- 06224 272 230, बरौनी - 06279 23 222 जारी कर दिया। घटना में अभी और यात्री मारे जाने की संभावना है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख व्यक्त करते हुए प्रशासन को हर तरह की सहायता मुहैया करने की आदेश दिया। घटना का असली वजह अभी तक पता नहीं चल पाया है इस मामले की जांच पूर्वी सर्कल लतीफ खान द्वारा की जा रही है।
गौरतलब है कि इस वर्ष का सबसे बड़ा रेल हादसा इसी को माना जा रहा है, भारत में इससे पहले सबसे बड़े रेल दुर्घटना 22 जनवरी 2017 को देखा गया था जब आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में हीराकुंड एक्सप्रेस के आठ डिब्बे पटरी से उतर जाने से करीब 39 लोग मारे गए थे। बिहार में अब तक के सबसे बड़े रेल दुर्घटना 6 जून 1981 और 16 अप्रैल 1990 में देखा गया था। 6 जून 1981 को बिहार में जोरदार चक्रवाती तूफान से एक ट्रेन नदी में गिरने से 800 लोग मारे गए थे और 1000 से अधिक लोग घायल हुए थे। इसी प्रकार 16 अप्रैल 1990 को बिहार की राजधानी पटना के पास एक ट्रेन में आग लगने से 70 लोगों की मौत हुई थी। छत्तीसगढ़ में भी बड़े रेल दुर्घटना हो चुके हैं। 23 फरवरी 1985 में राजनांदगांव में यात्री ट्रेन के डिब्बे में आग लग जाने से 50 लोगों की मौत और अनेकों घायल हुए थे, छत्तीसगढ़ में अब तक के सबसे बड़े रेल दुर्घटना जांजगीर-चांपा जिले में 14 सितंबर 1997 में अहमदाबाद - हावड़ा एक्सप्रेस नदी में गिरने से 81 लोगों की मौत 100 से अधिक घायल हुए थे। पिछले 10 सालों के रिकॉर्ड में सबसे बड़ा रेल दुर्घटना 8 मई 2010 को पश्चिम बंगाल में नक्सलियों द्वारा रेल पटरी क्षतिग्रस्त कर दिया था जिससे एलटीटी - हावड़ा ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस दुर्घटना हो गया था और 170 लोगों की मौत हुई थी।
रिपोर्टर - *मनितोष सरकार*
बिहार में आज तड़के दिल्ली जा रही आनंद विहार - राधिकापुर सीमांचल एक्सप्रेस पटरी से उतर जाने से 8 लोगों की मौत हो गई। वही अनेकों घायल हुए।
सूत्र के मुताबिक आज तड़के 3:58 बजे बिहार से दिल्ली जा रहे सीमांचल एक्सप्रेस के 9 डिब्बे पटरी से उतर गई। घटना वैशाली जिले के सहदेई बुजुर्ग रेलवे स्टेशन के पास हुई। घटना के समय यात्री गहरी नींद में थे। ट्रेन के डिब्बे में से एस-8 एस - 9 एस10 और एक ऐसी बी- 3 कोच तथा एक जनरल कोच में ज्यादा नुकसान हुआ है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने संवेदना व्यक्त करते हुए तत्काल घटनास्थल पर राहत कार्य हेतु दल भेजें तथा रेलवे हेल्पलाइन नंबर सोनपुर - 0 6158 221645, हाजीपुर- 06224 272 230, बरौनी - 06279 23 222 जारी कर दिया। घटना में अभी और यात्री मारे जाने की संभावना है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख व्यक्त करते हुए प्रशासन को हर तरह की सहायता मुहैया करने की आदेश दिया। घटना का असली वजह अभी तक पता नहीं चल पाया है इस मामले की जांच पूर्वी सर्कल लतीफ खान द्वारा की जा रही है।
गौरतलब है कि इस वर्ष का सबसे बड़ा रेल हादसा इसी को माना जा रहा है, भारत में इससे पहले सबसे बड़े रेल दुर्घटना 22 जनवरी 2017 को देखा गया था जब आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में हीराकुंड एक्सप्रेस के आठ डिब्बे पटरी से उतर जाने से करीब 39 लोग मारे गए थे। बिहार में अब तक के सबसे बड़े रेल दुर्घटना 6 जून 1981 और 16 अप्रैल 1990 में देखा गया था। 6 जून 1981 को बिहार में जोरदार चक्रवाती तूफान से एक ट्रेन नदी में गिरने से 800 लोग मारे गए थे और 1000 से अधिक लोग घायल हुए थे। इसी प्रकार 16 अप्रैल 1990 को बिहार की राजधानी पटना के पास एक ट्रेन में आग लगने से 70 लोगों की मौत हुई थी। छत्तीसगढ़ में भी बड़े रेल दुर्घटना हो चुके हैं। 23 फरवरी 1985 में राजनांदगांव में यात्री ट्रेन के डिब्बे में आग लग जाने से 50 लोगों की मौत और अनेकों घायल हुए थे, छत्तीसगढ़ में अब तक के सबसे बड़े रेल दुर्घटना जांजगीर-चांपा जिले में 14 सितंबर 1997 में अहमदाबाद - हावड़ा एक्सप्रेस नदी में गिरने से 81 लोगों की मौत 100 से अधिक घायल हुए थे। पिछले 10 सालों के रिकॉर्ड में सबसे बड़ा रेल दुर्घटना 8 मई 2010 को पश्चिम बंगाल में नक्सलियों द्वारा रेल पटरी क्षतिग्रस्त कर दिया था जिससे एलटीटी - हावड़ा ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस दुर्घटना हो गया था और 170 लोगों की मौत हुई थी।
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